आजकल पथरी (Kidney Stone) की समस्या बहुत आम होती जा रही है, खासकर गर्म इलाकों में जहां पानी की कमी और गलत खानपान इसकी मुख्य वजह बनते हैं। बहुत से लोग समय रहते पथरी (किडनी स्टोन) के लक्षणों को पहचान नहीं पाते, जिससे यह समस्या धीरे-धीरे गंभीर रूप ले सकती है। इस ब्लॉग में आप जानेंगे kidney stone symptoms in Hindi, पथरी होने के मुख्य कारण, इसका सही इलाज, क्या खाना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना जरूरी है। साथ ही, हम बताएंगे कुछ आसान उपाय जिससे आप इस तकलीफदेह बीमारी से बच सकते हैं।अगर आपको पेट या कमर में अचानक तेज दर्द होता है या पेशाब में जलन महसूस होती है, तो यह पथरी का संकेत हो सकता है। आइए जानते हैं इस आम लेकिन जरूरी बीमारी के बारे में सब कुछ आसान भाषा में।दिल का दौरा तब पड़ता है जब दिल को रक्त और ऑक्सीजन भेजने वाली धमनी अवरुद्ध हो जाती है। समय के साथ वसायुक्त, कोलेस्ट्रॉल युक्त जमाव हृदय की धमनियों में पट्टिकाओं का निर्माण करता है। यदि पट्टिका फट जाती है, तो रक्त का थक्का बन सकता है। थक्का धमनियों को अवरुद्ध कर सकता है, जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है। दिल के दौरे के दौरान, रक्त प्रवाह की कमी के कारण हृदय की मांसपेशियों में ऊतक मर जाते हैं। दिल के दौरे को मायोकार्डियल इन्फार्क्शन भी कहा जाता है। दिल के दौरे के समय मौत को रोकने के लिए तुरंत उपचार की आवश्यकता होती है।
किडनी में पथरी बनने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
पथरी होने पर शरीर में कुछ सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं:
अगर इनमें से कोई भी लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
पथरी का इलाज उसकी साइज और मूत्रमार्ग में उसकी स्थिति पर निर्भर करता है। कई बार छोटी पथरी अपने आप पेशाब के साथ निकल जाती है, लेकिन कुछ मामलों में इलाज की आवश्यकता होती है।
सही खानपान से पथरी बनने का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है।
पुरुषों की तरह ही महिलाओं में भी हार्ट अटैक का सबसे आम लक्षण सीने में दर्द (एनजाइना) या बेचैनी है। लेकिन महिलाओं में ऐसे अन्य लक्षण भी हो सकते हैं जो आमतौर पर हार्ट अटैक से कम जुड़े होते हैं, जैसे:
समय पर डॉक्टर से मिलना बड़ी जटिलताओं से बचा सकता है।
पथरी (किडनी स्टोन) एक आम लेकिन काफी दर्दनाक समस्या है, जिसे समय रहते पहचानकर आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। इस लेख में आपने जाना kidney stone होने के कारण, इलाज के तरीके और बचाव के आसान उपाय। अगर आप सही खानपान अपनाएं, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और लक्षणों को नजरअंदाज न करें, तो पथरी से बचाव मुमकिन है। ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर से समय पर सलाह जरूर लें।
अगर कोई लक्षण दिखे तो देरी न करें, तुरंत जांच कराएं और सही इलाज कराएं।
पथरी की साइज और ट्रीटमेंट पर निर्भर करता है। छोटी पथरी कुछ दिनों में पेशाब के साथ निकल सकती है, जबकि बड़ी पथरी के लिए कुछ हफ्तों का इलाज जरूरी हो सकता है।
हाँ, अगर पथरी बहुत छोटी है (5 मिमी से कम), तो वह पानी और दवाइयों के माध्यम से बिना ऑपरेशन निकल सकती है।
नींबू पानी, नारियल पानी और भरपूर पानी पीना पथरी के घरेलू इलाज में सहायक हो सकता है। लेकिन किसी भी घरेलू उपाय को शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
हाँ, अगर सही डाइट और जीवनशैली का ध्यान न रखा जाए, तो पथरी दोबारा हो सकती है। इसलिए नियमित रूप से पानी पीना और संतुलित भोजन करना जरूरी है।